विश्वकल्याण हेतु रद्राभिषेक।अरपांचल क्षेत्र में आस्था का केंद्र बना हुआ है श्री सिद्ध बाबा आश्रम सोनसाय नवागाँव।अरपा नदी के तट पर स्थित श्री सिद्ध बाबा आश्रम सोनसाय नवागाँव जो की परम पूज्य स्वामी श्री सदानंद महाराज जी की चरण धूलि से तीर्थ बना यह आश्रम आज बहुत ही रमणिय दर्शनीय के रूप में स्थित है। गुरु परम्परा के धर्म ध्वज को निरंतर फहराते हुये, पूज्य स्वामी श्री शिवानंद महाराज जी के द्वारा सभी आश्रमों का संचालन किया जा रहा है । श्री श्री 108 श्री स्वामी शिवानंद महाराज जी के परम सानिध्य में पवित्र श्रावण मास के शुभ अवसर पर रुद्राभिषेक कार्यक्रम संपन्न किया गया। पूज्य स्वामी जी के द्वारा भगवान शिव जी का रुद्राभिषेक कर सभी भक्तों के द्वारा भजन कीर्तन ओम नमः शिवाय पंचाक्षारी का जाप करते हुये,अरपा नदी में विश्व शांति हेतु द्वादश पार्थिव शिवपिंडों का विधिवत पूजा पाठ एवं आरती कर विसर्जन किया गया।माँ अरपा नदी में स्वामी जी के द्वारा दीप दान किया गया। भारी संख्या मे काँवड़ींया वालों ने माँ नर्मदा आश्रम उपका से नर्मदा जी का जल लेकर शिव मंदिर सोनसाय नवागाँव में शिव जी का अभिषेक किया गया। कांवड़ीया भक्तो के द्वारा बोल बम की जयघोष से आस पास के क्षेत्र भक्तिमय हो गया। कांवड़ीयों के द्वारा पूज्य स्वामी जी का धूमधाम से स्वागत किया गया। सावन सोमवार होने की वजह से शिव भक्तों का काफी संख्या में भीड़ दिखाई दिए। पूज्य स्वामी जी ने अपने उद्धबोधन में कहा की शिव का आकर शून्य व ज्योति स्वरूप है।हम सभी के अंदर शिव बैठे हैं।बस खुद को मोड़कर अंतर्यात्रा पर जाना होगा। शिव वर्तमान है,उनको पाने के लिए,बस स्वयं को पलटना है।भारतीय होने का अर्थ है,शिव को को जानना।उनके जाने बिना इस लोक को जानना असंभव है।उनकी आराधना से मोक्ष मिलता है। पूजन संपन्न होने के पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सभी श्रद्धालु भक्त प्रसाद ग्रहण किए।इस कार्यक्रम में बहुत दूर दूर से श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित रहे जिनमे बिलासपुर, मुंगेली, लोरमी, कोरबा,बरपाली कोंचरा,जरगा, कुरुवार,टेंगनमड़ा,खोंगसरा,पेंड्रा आदि अंचलो से श्रद्धालुगण पहुँच,कर पूज्य स्वामी जी से आशीर्वाद प्राप्त किए।
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