बीमार मां का इलाज कराने महिला व जीजा के कहने पर वारदात में शामिल हुई थी युवती
फर्जी क्राइम ब्रांच अफसर बनने के लिए युवती को दिए थे 20 लाख
Ashwani agrwal
बिलासपुर-बीमार मां का इलाज कराने महिला व अपने जीजा के कहने पर युवती ने फर्जी क्राइम ब्रांच अफसर बनकर पुजारी के घर से 1 करोड़ 30 लाख रुपए चोरी की थी। उसके एवज में युवती को 20 लाख व महिला को 10 लाख रुपए दिए गए थे। पुलिस ने दोनों घर से 30 लाख रुपए बरामद कर इन्हें जेल भेज दिया है। वहीं एक करोड़ से अधिक रुपए लेकर भागने वाले मुख्य आरोपी सहित 4 आरोपियों को पुलिस नहीं पकड़ पाई है।
किया है। पूछताछ में पता चला कि सिंधू बैरागी वाहन शोरूम में काम करती थी। उसके जीजा ने उससे संपर्क कर घटना की जानकारी दी और शार्टकट में लखपति बनने का लालच दिया, जिससे वह फर्जी पुलिस अफसर बनने को तैयार हो गई। उसके एवज में उसे 20 लाख रुपए दिए गए थे। इसी तरह आरोपी रानी बैरागी गिरोह में शामिल भरनी के एक युवक के संपर्क में थी। वह मैग्नेटोमाल में इंश्योरेंस कंपनी में काम करती थी। युवक ने उसे फर्जी पुलिस अफसर बनने पर मोटी रकम का लालच दिया। बीमार मां का इलाज कराने के लिए वह फर्जी पुलिस अफसर बनने को तैयार हो गई थी। उसके एवज में उसे 10 लाख रुपए दिए गए। पुलिस ने दोनों के घरों से 30 लाख रुपए बरामद किया है। बुधवार को पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
13 अगस्त को सिरगिट्टी बस्ती निवासी पुजारी कृष्ण कुमार मिश्रा के घर फर्जी रायपुर क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर आरोपियों ने एक करोड़ 30 लाख रुपए की चोरी की थी। पुलिस ने इस मामले में सिंधू वैष्णव पिता विजय वैष्णव 25 साल तिफरा, रानी बैरागी पति अवध बैरागी 30
साल भारतीय नगर निवासी को गिरफ्तार
आरोपियों के साथ पुलिस अधिकारी।
1 करोड़ लेकर भागे 4 युवकों का सुराग नहीं
महिला को मिले थे 10 लाख रूपए
आरोपियों के घर से जब्त की गई रकम
पूरे मामले में लोरमी गोड़खाम्ही के टैक्सी संचालक का बेटा सरगना है। घटना के 25 दिन पहले उसने ही योजना बनाकर अपने भरनी निवासी दोस्त व अन्य लोगों तथा महिला व युवती को वारदात में शामिल किया। घटना के दिन मैग्नेटोमाल में सभी मिले और स्कार्पियो में सवार होकर पुजारी के घर गए थे। वारदात के बाद चारों युवक एक करोड़ रुपए लेकर फरार हो गए। खबर है युवक नेपाल भाग गए हैं और मोबाइल बंद कर लिया है, जिससे पुलिस युवकों का सुराग नहीं लगा पा रही है।