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10 जिले से 124 बच्चे हुए शामिल सभी बच्चो को कुशल वापस आने पर फोन कर केंद्रीय राज्य मंत्री भारत सरकार तोखन साहू जी ने दी शुभकामनाएं –

10 जिले से 124 बच्चे हुए शामिल सभी बच्चो को कुशल वापस आने पर फोन कर केंद्रीय राज्य मंत्री भारत सरकार तोखन साहू जी ने दी शुभकामनाएं –

मुंगेली। भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ रायपुर राज्य मुख्य आयुक्त डॉ.सोमनाथ यादव जी एवं राज्य सचिव श्री कैलाश सोनी जी करुणा मसीह (एसओसी) के निर्देशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला आयुक्त स्काउट श्री सी. के. घृतलहरे डीओसी स्काउट मोरजध्वज सप्रे , जिला प्रशिक्षण आयुक्त श्री अमित गुप्ता ,के मार्गदर्शन पर 22 से 26 जून 2024 तक कुल्लू मनाली में राज्य स्तरीय पर्वतारोहण व्यक्तित्व विकास एवं आपदा प्रबंधन शिविर आयोजित किया गया जिसमे है।जिसमें 10 जिले से 124 बच्चे हुए शामिल।मुंगेली जिले के 05 स्काउट,05 गाइड एवं प्रभारी शिक्षक रोहिणी ठाकुर तथा युगल किशोर सिंह राजपूत समिल्लित हुए। जिनके एडवेंचर पश्चात कुशल दिल्ली वापसी पर छत्तीसगढ़ के केंद्रीय राज्यमंत्री भारत सरकार तोखन साहू ने बच्चो को फोन कर बधाई एवम शुभकामनाए दी। उक्त एडवेंचर में बच्चो ने प्रथम दिवस पंजीयन पश्चात शाम 3 बजे पारसा वाटर फॉल्स 10 किलोमीटर पहाड़ पर चढ़कर ट्रैकिंग किए ।

द्वितीय दिवस एक्टीविटी में व्यास नदी पर जिपलाइन् , वेलिक्राॅसिंग, स्ट्रिम क्राॅसिंग का अभ्यास कर सफलता हासिल किए। शाम प्राचीन गायत्री मंदिर का दर्शन किए जो महाभारत काल के है जहा पांडवो पूजा करने आते है जिसे 8km घाटी चढ़कर ट्रैकिंग किए। तृतीय दिवस को प्रातः महाभारत के भीम की पत्नी हिडीम्बा मंदिर जो पूरे लकड़ी से बना उनका दर्शन कर और माल रोड में ट्रेकिंग किए। और शाम को एक्टीविटी में चट्टान क्लाइम्बिंग तथा रेफलींग किया।


चौथा दिवस भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में कुल्लू घाटी और लाहौल और स्पीति घाटियों के बीच 3,980 मीटर (13,058 फुट) की ऊँचाई पर स्थित एक हिमालय का दर्रा है। यह हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी के पूर्वी भाग में मनाली से 51 किमी दूर है। यह पूरे वर्ष हिमग्रस्त रहता है। हिमाचल को लद्दाख़ से जोड़ने वाला मनाली लेह राजमार्ग इस दर्रे से गुज़रता है।रोहतांग में बर्फ पर चलना ,ट्रेकिंग करना, स्नो फाल ,आइस स्लीपिंग,बर्फ का जमना,पिघलना का अनुभव किए।साथ में वापसी के समय भारत का 9 किलोमीटर लंबा अटल टनल जो दुनिया की सबसे ऊंचाई 10040 फीट पर बनी हाइवे का क्रासिंग कर अवलोकन किए । जो पहाड़ के अंदर खोदकर लंबी रास्तांको छोटा करने के लिए बनाया गया है।जिससे लाहुल घाटी के लोगो का जीवन आसान हुआ।पांचवें और अंतिम दिवस सुबह आर्चरी, रायफल सूटिंग का अभ्यास करवाया गया।दूसरे पाली में आई ए एफ द्वारा सभी बच्चो बच्चो एवम प्रभारी शिक्षको को की रिंग , कैप ,स्कार्फ प्रदान किया गया और Indian adventure foundation हिमाचल प्रदेश (IAF) के फाउंडर अफरीम अहमद,रोहित झा एवम राजेंद्र ठाकुर द्वारा ओपन शेषन में बच्चो का अनुभव सुना तथा अपने उत्बोधन में बच्चो को एडवेंचर के महत्व और उपयोगिता को बताया गया।जिसमे उन्होंने पानी बचत,पर्वतारोही में निवास करने लोगों के जीवन यापन , प्रतिफल मौसम का बदलाव,स्थानीय पौधे से परिचय कराया। इस गतिविधि में पार्टिसिपेट कराने के लिए मुंगेली जिले से कृष साहू,ओम, पालेश्वर कश्यप, ईशांत देवकुमार यादव,दिधिति,सरस्वती राजपूत, लितेश चौहान,पायल कश्यप,ज्योति यादव ने भारत स्काउट्स एण्ड गाइड्स को बहुत बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा की ये हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण यादगार पल होगा। जिसे हम प्राकृतिक आपदा आने पर इस प्रशिक्षण का लाभ लेंगे और समाज को इसकी सेवा देने पर तत्पर रहेंगे।


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